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🌼 मोहिनी एकादशी 🌼

॥ ॐ श्री परमात्मने नमः ॥

🚩 मोहिनी एकादशी 2025 🚩

मोहिनी एकादशी के बारे में(About Mohini Ekadashi):

                मोहिनी एकादशी को हिंदू लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक माना जाता है। मोहिनी एकादशी का दिन भगवान विष्णु और उनके मोहिनी अवतार की पूजा करने के लिए मनाया जाता है। भक्त अपने पिछले पापों से मुक्ति पाने और विलासिता से भरा जीवन जीने के लिए मोहिनी एकादशी का व्रत रखते हैं। 

      
                 यह दिन उत्तर भारतीय भागों और आसपास के क्षेत्रों में वैसाख महीने में मनाया जाता है, हालाँकि; तमिल कैलेंडर के अनुसार, यह ‘चिथिरई’ के दौरान पड़ता है, जबकि यह बंगाली कैलेंडर के ‘ज्येष्ठो’ महीने के दौरान पड़ता है, और मलयालम कैलेंडर में, मोहिनी एकादशी ‘एदवा’ के दौरान होती है। हिंदू उत्साही लोग इस घटना को एक खुशहाल और समृद्ध जीवन जीने के लिए दिव्य कृपा प्राप्त करने के लिए मनाते हैं। 

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🕰️Mohini Ekadashi 2025 Date & Time:📅


मोहिनी एकादशी – बृहस्पतिवार, मई 8, 2025 को 

पारण (व्रत तोड़ने का) समय – 9वाँ मई को, 06:03 से 08:40 

पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय – 14:56 

एकादशी तिथि प्रारम्भ – मई 07, 2025 को 10:19 बजे 

एकादशी तिथि समाप्त – मई 08, 2025 को 12:29 बजे 

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💐मोहिनी एकादश महत्व(Significance Of Mohini Ekadashi):💐

 

                मोहिनी एकादशी की महिमा सबसे पहले संत वशिष्ठ ने भगवान राम को और भगवान श्रीकृष्ण ने महाराज युधिष्ठिर को बताई थीऐसा माना जाता है कि यदि कोई व्यक्ति पूरी श्रद्धा के साथ मोहिनी एकादशी व्रत का पालन करता है तो उसे जो पुण्य या अच्छे कर्म मिलते हैं, वह तीर्थयात्रा, दान देने या यहां तक कि यज्ञ करने से प्राप्त होने वाले पुण्य से कहीं अधिक होता हैइस व्रत को करने वाले को एक हजार गायें दान करने से जितनी महिमा प्राप्त होती है, उतनी ही महिमा प्राप्त होती हैइस पूजनीय व्रत को करने वाले को जन्म और मृत्यु के निरंतर चक्र से मुक्ति मिलती है और मोक्ष प्राप्त होता हैमोहिनी एकादशी का हिंदू पौराणिक कथाओं में बहुत महत्व हैमोहिनी एकादशी के महत्व के बारे में अधिक जानने के लिए कोईसूर्य पुराणभी पढ़ सकता है    

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🍀मोहिनी एकादशी पूजा विधि(Mohini Ekadashi Puja Vidhi):🍀

 

                  मोहिनी एकादशी व्रत का पालन करने वाले व्यक्ति को पिछली रात (10वीं चंद्र रात) से नीचे दिए गए अनुष्ठानों का पालन करना चाहिए। 

  • सुबह जल्दी उठें, मुख्यतः सूर्योदय से पहले। 
  • शरीर पर तिल का उबटन लगाकर स्नान करें। 
  • भगवान विष्णु और श्रीराम की प्रतिमा के सामने लाल कपड़े से सुसज्जित कलश रखें। 
  • एक दीया जलाएं, कुछ धूप जलाएं और फूल और फल चढ़ाकर देवताओं की पूजा करें। 
  • प्रसाद सभी को बांटें और साथ ही ब्राह्मणों को धन, भोजन या वस्त्र दान करें। 
  • भगवान को प्रसन्न करने के लिए रात के समय समूहों में भक्ति गीत गाएं। 

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🌻 मोहिनी एकादशी के दिन क्याकरें(Don’ts for Mohini Ekadashi Fasting):🌻

  • व्रत के दिन चावल और जौ खाने से बचें क्योंकि यह गलत माना जाता है और आपके अच्छे कर्मों को नष्ट कर देता है। 

  • इस दिन बाहर का खाना खाने की सख्त मनाही होती है। 

  • मांस और शराब को अशुद्ध माना जाता है और इनका सेवन वर्जित है। 

  • साथ ही इस दिन लहसुन और प्याज से भी परहेज किया जाता है। 

  • क्रोध आपका सबसे बड़ा शत्रु है। मोहिनी एकादशी के दिन इसे अपने ऊपर हावी न होने दें। 

  • इस दिन लोग ब्रह्मचर्य के नियमों का भी पालन करते हैं। 

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🍀 Mantras of Mohini Ekadashi:🍀


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Vishnu Mantra💐

विष्णवे नमः      
Om Vishnave Namah.

   नमो भगवते वासुदेवाय नमः
Om Namo Bhagwate Vasudevay Namah.

 नमो नारायणाय नमः   
Om Namo Narayanay Namah.

 
💐 Lakshmi Narayan Mantra💐

 वन्दे विष्णुम् भवभयहरम् सर्वलोकैकनाथम्

“Vande Vishnum Bhavabhayaharam Sarvlokaikanatham.”

 
श्री विष्णवेविद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्॥”

Om Shri Vishnuve Cha Vidmahe Vasudevaya Dhimahi Tanno Vishnu: Prachodayat.

💐Surya Dev Mantra:💐

  “ॐ सूर्याय नमः”  

“Om Surya Namah” 

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💐समापन(Conclusion): 💐

 

                मोहिनी एकादशी व्रत आपके जीवन में समृद्धि लेकर आता हैहिंदू पौराणिक कथाओं में इस त्यौहार से जुड़ी कई किंवदंतियाँ हैंलोग इस दिन कठोर उपवास रखते हैं और मोहिनी रूप में भगवान विष्णु की पूजा करते हैंभगवान विष्णु मोहिनी एकादशी के दिन सभी का भला करें 

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