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🌼 आमलकी एकादशी 🌼

॥ ॐ श्री परमात्मने नमः ॥

🚩आमलकी एकादशी 2025 🚩

आमलकी एकादशी के बारे में (About Amalaki Ekadashi):

           आमलकी एकादशी या आमलका एकादशी जैसा कि इसे कहा जाता है, एक पवित्र हिंदू दिन है जो फाल्गुन के चंद्र महीने के दौरान शुक्ल पक्ष (चंद्रमा का बढ़ता चरण) कीएकादशी’ (11वें दिन) को मनाया जाता हैयह ग्रेगोरियन कैलेंडर में फरवरी-मार्च के महीनों के बीच आता हैचूंकि आमलकी एकादशीफाल्गुनके महीने में मनाई जाती है, इसलिए इसेफाल्गुन शुक्ल एकादशीभी कहा जाता हैआमलकी एकादशी के दिन, भक्त आंवला या आमलका के पेड़ (फिलांथस एम्ब्लिका) की पूजा करते हैं, जिसेआंवला’  भी कहा जाता हैऐसा माना जाता है कि एकादशी के शुभ दिन भगवान विष्णु इस पेड़ में निवास करते हैंआमलकी एकादशी का दिन रंगों का एक अनोखा हिंदू त्योहार होली के मुख्य उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है 

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🕰️ Amalaki Ekadashi 2025 Date & Time:📅


आमलकी एकादशी सोमवार, मार्च 10, 2025 को 

पारण (व्रत तोड़ने का) समय – 11वाँ मार्च को,06:41 से 08:13 

पारण तिथि के दिन द्वादशी समाप्त होने का समय – 08:13 

एकादशी तिथि प्रारम्भ – मार्च 09, 2025 को 07:45 बजे 

एकादशी तिथि समाप्त – मार्च 10, 2025 को 07:44 बजे 

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💐आमलकी एकादशी का महत्व(Significance Of Amalaki Ekadashi):💐


          आमलकी एकादशी हिंदुओं के लिए एक पवित्र व्रत का दिन है। ऐसा माना जाता है कि इस एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति भगवान विष्णु के निवास ‘वैकुंठ’ में पहुँचता है। आमलकी एकादशी के अनुष्ठान और महत्व का उल्लेख ‘ब्रह्मांड पुराण’ में किया गया है और संत ‘वाल्मीकि’ ने भी इसका वर्णन किया है। हिंदू पुराणों में ऐसी अनगिनत कहानियाँ और लोककथाएँ हैं जो आमलकी एकादशी व्रत की महानता का वर्णन करती हैं। यह दिन बहुत ही शुभ माना जाता है और इस दिन विशेष अनुष्ठान और प्रार्थनाएँ की जाती हैं। आमलकी एकादशी के अगले दिन को भी ‘गोविंद द्वादशी’ के रूप में जाना जाता है, जिसे बहुत ही भाग्यशाली माना जाता है। 

        
             आमलकी एकादशी का दिन अन्य हिंदू त्योहारों से संबंधित होने के कारण अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। यह एकादशी महा शिवरात्रि और होली के बीच आती है। इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा करना हिंदू धर्म की विस्तृत प्रथा का एक प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व है। इस अवसर पर देवी लक्ष्मी की भी पूजा की जाती है क्योंकि उन्हें सर्वव्यापी देवी माना जाता है। यह भी एक व्यापक मान्यता है कि भगवान कृष्ण अपनी पत्नी देवी राधा के साथ इस पेड़ के पास निवास करते हैं। भक्त अच्छे स्वास्थ्य और धन की प्राप्ति के लिए आंवले के पेड़ की पूजा करते हैं। 

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🍀 आमलकी एकादशी अनुष्ठान(Amalaki  Ekadashi Puja Vidhi):🍀


           
      आमलकी एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा करने की सही विधि का पालन करने से, भक्त मोक्ष प्राप्त कर सकता है और जीवन में उसकी सभी इच्छाएँ पूरी हो सकती हैं और इसीलिए हम आपको नीचे भगवान विष्णु की पूजा करने का सही तरीका बताएंगे: 

  •   सुबह जल्दी उठें और सूर्योदय से पहले शुद्ध जल से स्नान करें। 
  • साफ पानी से स्नान करने के बाद, भगवान विष्णु के नाम पर अपना व्रत शुरू करें। 
  • अब भगवान विष्णु और आंवले के पेड़ की पूजा करें और आंवले के पेड़ के नीचे नवरत्न युक्त कलश रखें। 
  • अब धूपबत्ती जलाएं और आंवला एकादशी की आरती करें।
  • आरती के बाद किसी भूखे व्यक्ति या ब्राह्मण को भोजन कराएं। 
  •  ज़रूरतमंद लोगों को कपड़े और आंवला दान करें। 
  • इस एकादशी पर सुगंधित अगरबत्ती जलाकर आध्यात्मिक माहौल को बढ़ाएं। 

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🌻 आमलकी एकादशी पर आपको किन चीजों से बचना चाहिए(Things you should avoid on Amalaki Ekadashi): 🌻

 

नीचे उन चीजों की सूची दी गई है जो आमलकी एकादशी पर नहीं करनी चाहिए। 

  •  चावल न खाएं।
  • सात्विक भोजन के अलावा कुछ भी न खाएं।
  • ब्रह्मचर्य का पालन करें। 
  • मांस न खाएं। 
  • किसी के लिए कठोर या अपशब्दों का प्रयोग करने से बचें। 
  • शराब का सेवन न करें। 

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🍀 Mantras of vijaya Ekadashi:🍀


ॐ नमो भगवते वासुदेवाय       

om namo bhagavate vasudevay 

 
ॐ नमोः नारायणाय नमः 

Om Namoh Narayanay Namah 

 
ॐ दामोदराय नमः 

Om Damodaraya Namah 

 
ॐ पद्मनाभाय नमः 

Om Padmanabhay Namah 

 
ॐ वैकुण्ठाय नमः 

Om Vaikunthaya Namah 

 
ॐ नारायणाय विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात् 

Om Narayanaya Vidmahe Vasudevaya Dhimahi Tanno Vishnu Prachodayat 

 
ऊँ श्री लोकाध्यक्षाय नम: 

Om Shri Lokadhyakay Namah: 

 
ऊँ श्री योगिनेय नम: 

Om Shri Yogineya Namah: 

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💐निष्कर्ष(Conclusion): 💐

             अंत में, हम यही कहेंगे कि आंवला एकादशी भगवान विष्णु की पूजा करने और उनका आशीर्वाद पाने का सही समय हैहम वास्तव में आशा करते हैं कि आप इस दिन सही पूजा विधि का पालन करें और अपनी हर इच्छा पूरी करने में सफल हों 

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